लुगाई बोली,ओजी मारी आंख्या कैड़ी है,दो लाईनां सुनावो नी.घरोधणीं बौल्यौ,थारी डावी आंख इतरी फूटरी है के जींमणीं आंख हरटैम उणनै ई देखे
मैं थन्नै धक्का दैस्यूं , थूं राखजै टेक ।
पांवणां पांवणौं रै घरै जाई,
आपां एक रा एक ।।
**** हॉस्यां हीयौ खिलै **************************
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* एक छोरौ एक बा 'सा नै पूछियौ --" ओ बा'सा ! ओ साडू रा रिश्ता रौ कांई मतलब होवै ? "
बा'सा ठीमरपणां सूं जवाब दियौ ----" बेटा ! साडू रौ मतलब ओ होवै के एक इज कंम्पनी सूं धोकौ खायोडा ( ठगीजियोडा ) दो ग्राहक ।
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: छोरी रौ बाप ," मारी छोरी घूंघटो कोनी काढ़ैला "
छौरा रौ बाप बौल्यौ," कोई बात नी सा,घूंघटो मैं काढ़ लेस्यौं,थै ब्याव तो कराओ "
: गरज पड़ै जद नेताजी,मारै गांव में आवै है,वोट लैवै अर खिसक जावै,फैरूं पाछा नहीं आवै है।किणनै कैवौ अर कुण सुणैं,अठै हाथ हाथ नै खावै है
पैला री टैम लोग घर बणावता ; घर में औरा बणावता । घर में सगळा सामळात रैवता । औरा रौ अरथ होवतो और रैवो । इण घर में पीढ़ी दर पीढ़ी रैवता ।सब आशावादी हा ।
# आजकल लोग मकान बणावै ; मकान में कमरा बणावै । मकान किण भी टैम बिक सके ; कोई भरोसो कोनी । कमरौ रो अरथ है कम रैवौ । सब निराशावादी । मकान रा सब कमरौ में सब भाई न्यारा न्यारा रैवै ।
: एक बीड़ी में बिक जावै,वै मोटा पंच कहावै है,सच्चाई रै लागा पहरा,झूंठा मौज मनावै है।किणनै कैवो अर कुण सुणैं,अठै हाथ हाथ नै खावै है ।
मैं थन्नै धक्का दैस्यूं , थूं राखजै टेक ।
पांवणां पांवणौं रै घरै जाई,
आपां एक रा एक ।।
**** हॉस्यां हीयौ खिलै **************************
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* एक छोरौ एक बा 'सा नै पूछियौ --" ओ बा'सा ! ओ साडू रा रिश्ता रौ कांई मतलब होवै ? "
बा'सा ठीमरपणां सूं जवाब दियौ ----" बेटा ! साडू रौ मतलब ओ होवै के एक इज कंम्पनी सूं धोकौ खायोडा ( ठगीजियोडा ) दो ग्राहक ।
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: छोरी रौ बाप ," मारी छोरी घूंघटो कोनी काढ़ैला "
छौरा रौ बाप बौल्यौ," कोई बात नी सा,घूंघटो मैं काढ़ लेस्यौं,थै ब्याव तो कराओ "
: गरज पड़ै जद नेताजी,मारै गांव में आवै है,वोट लैवै अर खिसक जावै,फैरूं पाछा नहीं आवै है।किणनै कैवौ अर कुण सुणैं,अठै हाथ हाथ नै खावै है
पैला री टैम लोग घर बणावता ; घर में औरा बणावता । घर में सगळा सामळात रैवता । औरा रौ अरथ होवतो और रैवो । इण घर में पीढ़ी दर पीढ़ी रैवता ।सब आशावादी हा ।
# आजकल लोग मकान बणावै ; मकान में कमरा बणावै । मकान किण भी टैम बिक सके ; कोई भरोसो कोनी । कमरौ रो अरथ है कम रैवौ । सब निराशावादी । मकान रा सब कमरौ में सब भाई न्यारा न्यारा रैवै ।
: एक बीड़ी में बिक जावै,वै मोटा पंच कहावै है,सच्चाई रै लागा पहरा,झूंठा मौज मनावै है।किणनै कैवो अर कुण सुणैं,अठै हाथ हाथ नै खावै है ।
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